बहू और बुलट की कहानी | Bahu Aur Bulat Ki Kahani | Hindi Kahaniyan - Kahaniyan in Hindi
बहू औैर बुलट की कहानी | Kahaniyan in Hindi | Hindi Kahaniyan
घर के बाहर फट फट फट की जोर से आवाज हो रही थी, सीमा को लगा कि बाहर पटाखे फूट रहे हैं, वह डर के मारे घर के बाहर निकली तो देखा कि बाहर योगेश यानी पतिदेव बुलेट बाइक पर बैठे हैं|
इतने में योगेश की मां आ जाते हैं और गाड़ी देख कर बोलते हैं :- की इससे अच्छा तू घोड़ा ले लेता सस्ती होती है|
इतने में सुरेश बोलता है:- रहने दो बार चलो गांव में मिठाइयां बांटते
सभी लोग खूब खुश होते हैं और गांव में बुलेट पर बैठकर मां और बेटा मिठाइयां बांटने चले जाते हैं|
सब खुश थे|
योगेश एक कोयले की खदान में मजदूरी का काम करता था| मेहनत और अकल से उसने वहां ठेकेदारी का काम सीख लिया, और अपनी सूझबूझ से पैसा बनाने लगाना|
गांव में खबर फैल गई कि योगेश के घर धमाकेदार बाइक आई हुई है, गांव में किसी ने भी बुलेट बाइक नहीं देखी थी| उसके बाद
मां और बेटी मिठाईयां बांट कर वापस आ जाते हैं|
फिर सीमा अपने पति से खुशी से पूछते हैं :- अपने लिए तो गाड़ी लाए मेरे लिए क्या लाए
तो योगेश बोलता है :- यह तो तुम्हारे लिए ही है|
अगले दिन
जब योगेश सो रहा होता है तो उसे बाहर से गाड़ी की आवाज सुनाई देती है,
वह घबराकर बोलता है :- चोर चोर मेरी गाड़ी कोई ले जा रहा है|
मां भी जाग जाती है और दोनों साथ में दरवाजे के बाहर जाते हैं
बाहर निकल कर देखते हैं तो सीमा गाड़ी चला रही होती है
तो योगेश बोलता है:- अरे क्या कर रही हो गिर जाओगी|
सीमा गाड़ी रो कर कहती है :- सारे गांव में घूमा लाई कहीं नहीं गिरी
सासू मां बोलती हैं :- क्या... सारे गांव में घुमा आयी अरे लोग क्या कहेंगे, हम लोगों की इज्जत के बारे में भी नहीं सोचा क्या?
तो सीमा बोलती है लोग क्या कहेंगे यही कहना कि कितनी अच्छी गाड़ी है|
सीमा गाड़ी रखकर योगेश और सासू मां के पास जाती है
फिर योगेश बोलता है:- तुमने कहां गाड़ी चलाना कहां से सीखा?
तो सीमा ने जवाब दिया :- मेरे पापा के पास एक पुरानी स्कूटर थी तो मैंने चलाना सीख लिया
फिर सासु मां बोलती हैं :- अरे बहू तुम अब गाड़ी मत चलाना, हमारे खानदान में किसी औरत ने गाड़ी के पीछे से आगे वाली सीट पर जाने की हिम्मत नहीं की है तुम भी मत करना|
सीमा बोलती है:- ठीक है और उदास होकर रसोई घर में खाना पकाने चली जाती है|
सासू मां जब सुबह मंदिर जाते हैं तो उनके गांव वाले उन्हें ताना मारते हैं कि अपनी बहू को कुछ अच्छे लक्षण सिखाओ|
फिर सासू मां घर आती हैं और सीमा को खूब फटकार लगाती हैं|
एक दिन योगेश अपने कारखाने में काम करने के लिए जाता है, और रास्ते में कीचड़ होने की वजह से वह अपनी बाइक को घर पर ही छोड़ देते हैं, और किसी से लिफ्ट मांग कर कारखाने में चला जाता है
जब वह कारखाने में काम कर रहा होता है तो बारिश हो रही होती है और लगभग 11:00 बजे तक भी बारिश हो ही रही होती है उसके रास्ते में एक ब्रिज पढ़ता था अगर वह ब्रिज तक पानी आ जाता तो योगेश कर खाने से अपने घर नहीं जा पाता|
तभी उसे एक लाइट दिखाई देती है जो एक गाड़ी की होती है, और वह बहुत खुश हो जाता है उसके बाद योगेश उस गाड़ी के पास जाता है, और नजदीक से देखता है तो उस गाड़ी पर उसकी पत्नी सीमा रहती है`
तभी सीमा बोलती है कि जल्दी करो जी अगर पानी ब्रिज से ऊपर चला गया तो हम लोग आ जाना मुश्किल हो जाएगा|
योगेश जल्दी से बाइक पर बैठ जाता है, और मन ही मन सोचने लगता है कि मैंने सुबह सीमा को डांट कर बहुत ही बड़ी गलती कर दी है और मन ही मन योगेश पछताता है उसके बाद जब दोनों घर आते हैं तो उसकी सासू मां के साथ सभी लोग खुश हो जाते हैं
और उनकी सासू मां सीमा को कहीं भी आने-जाने की बाइक से छूट दे देती हैं
शिक्षा लड़का और लड़की एक समान होते हैं, उन में भेदभाव नहीं करना चाहिए हमारी लड़कियां भी किसी लड़के से कम नहीं है उनको भी सभी चीज करने का हक है|
और हमारे संविधान में भी यही लिखा हुआ है की कोई भी व्यक्ति किसी कास्ट स्थान या लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं कर सकते हैं|

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